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लेखनी कहानी -18-Jun-2023

                                            सफ़र


एक सफ़र करेंगे जिद्द ओ जहद घुटनों से पाँव के भल खड़े होने का कई बार मुँह के भल गिरे भी तो परवाह नहीं हमें हमारा गिरना ही बेबाकी का सबक़ है हम भूल जाएगें कभी

एक सफ़र करेंगे होमवर्क ना होने के बावजूद घर से स्कूल जाने का ज़हन में डर लिए टीचर कि डाँट का वालिदैन की बात का हर सैकंड को कैलकुलेट करेंगे कब ये आधा घंटा ख़त्म हो

एक सफ़र करेंगे अंजान बन कर आँखों से लब का पता बावजूद की आँखें पढ़ीं नहीं जाती लब झूठ भी कह सकते है मगर हम इंतज़ार करेंगे सनम उस सच का तेरे लबों पे आने तक

एक सफ़र करेंगे दिल जला हो कर उसकी निगाहों ज़ुल्फ़ों अदाओं पे बेवफ़ा नज़्म लिखते हुए इश्क़ में शाइर बन के ता उम्र उसकी यादों उसकी बातों को ही शाइरी कहेंगे हम

एक सफ़र करेंगे किसी मरयम के साथ शादी के अटूट बंधन में बंध के इस उम्मीद के साथ उसके आने से घर में ख़ुशहाली आएगी मुझे खाया हैं तन्हाई ने थोड़ा-थोड़ा कर सबको खाएगी

एक सफ़र करेंगे क़ब्र में पाँव लटका कर पोते पोती में ख़ुदको देखते हुए बच्पन में सुनें तमाम क़िस्से कहानियां उन्हें सुना देंगे हम ने अब तक जो देखा जो खोया जो पाया सब कुछ उन्हें बता देंगे

एक सफ़र करेंगे उम्र एक अज़ीज़ जनाज़े में लेटकर क़ब्रिस्तान तक अफ़सोस करते हुए वक़्त ए अज़ीज़ में यार ए अज़ीज़ को तसल्ली ना दे सकें हम








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5 Comments

Gunjan Kamal

24-Jun-2023 12:30 AM

👏👌

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Shnaya

23-Jun-2023 11:49 PM

V nice

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Varsha_Upadhyay

23-Jun-2023 03:12 PM

बहुत खूब

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